आज बात करने जा रहे हैं। सफेद बाघों के जिले के बारे में। रीवा भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक जिला है। ये प्रयागराज यूपी के दक्षिण में स्थित प्रमुख शहर है।
यह शहर मध्य प्रदेश के विंध्य पठार के हिस्से में बसा हुआ है एवं टोंस और उसकी सहायक नदियों द्वारा सिंचित है। इसके उत्तर में उत्तर प्रदेश, पश्चिम में सतना जिला, पूर्व में मिर्जापुर तथा दक्षिण में सीधी जिले में स्थित है। इसका क्षेत्रफल 6240 वर्ग किलोमीटर है। रीवा पहले एक बड़ी रियासत थी, यहां के निवासियों में गोंड और कोल जाति के लोग शामिल हैं ये जाति के लोग पहाड़ी भागों में रहते हैं।
जिले में जंगलों की अधिकता है, जिनसे लाख लकड़ी और जंगली पशु पाए जाते हैं। रीवा के जंगलों में सफेद बाग पाए जाते हैं। जिले की प्रमुख उपज धान है। रीवा। रियासत की स्थापना सन् 1400 ईस्वी में बघेल राजपूतों के द्वारा की गई थी। मुगल सम्राट अकबर द्वारा बांधवगढ़ ध्वस्त किए जाने के बाद रीवा महत्वपूर्ण बन गया और 1591 में इसे रीवा रियासत की राजधानी के रूप में चुना गया ।
रीवा शहर ब्रिटिश एजेन्सी की राजधानी भी रही है। रीवा के वर्तमान स्वरूप को जिले के रूप में गठन 1 नवंबर 1956 को किया गया। संभागीय कार्यालय रीवा में ही है।
रीवा जिले में 11 तहसीलें हैं।
- हुज़ूर
- मऊगंज
- हनुमना
- नईगढ़ी
- जवा
- त्योंथर
- रायपुर कर्चुलियान
- गुढ़
- सिरमौर
- सेमरिया
- मनगवां
रीवा में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं।
- सिरमौर
- सेमरिया
- त्योंथर
- मऊगंज
- देवतालाब
- मनगंवा
- रीवा
- गुढ़
रीवा संभाग के अंतर्गत चार जिले आते हैं।
- रीवा
- सतना
- सीधी
- सिंगरौली
यहां सामान्यत: हिंदी और बघेली भाषा बोली जाती है। रीवा। जिले को पूर्व में बाथा के नाम से जाना जाता था। फिर रेवा नदी के नाम पर जो कि नर्मदा का पौराणिक नाम है उसे रीवा रखा गया है। रीवा जिले में मध्य प्रदेश का पहला और एकमात्र सैनिक स्कूल भी स्थित है, जिसे सन् 1962 में स्थापित किया गया था।
रीवा। बिछिया नदी के किनारे बसा हुआ है और टोंस यहाँ की एक अन्य प्रमुख नदी है। रीवा को सफेद शेरों की धरती भी कहा जाता है। रीवा जिले के गोविंदगढ़ में पहला सफेद बाग मोहन मिला था। गोविंदगढ़ में ही मध्य प्रदेश का आम अनुसंधान केन्द्र भी स्थित है। रीवा। जिले में बीहर नदी पर मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात चचाई जलप्रपात स्थित है, जिसकी ऊंचाई 130 मीटर है।
बहुती जल प्रपात बीहर की सहायक नदी सेलम नदी पर बनता है। बहुती जलप्रपात मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जलप्रपात है। रीवा। जिले में महाना नदी पर केवड़ा जलप्रपात बनता है, जो वर्तमान में मध्य प्रदेश का तीसरा सबसे ऊंचा जलप्रपात है। रीवा। जिले में ही सिरमौर में कोसी नदी पर पुरवा जलप्रपात ही है। इसके अलावा रीवा जिले में पिया, वन व बेलो ही जल जलप्रपात भी स्थित है।
रीवा। जिले में अवधेश प्रताप सिंह बघेल विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना सन 1968 में की गई थी। यहां श्यामशाह मेडिकल कॉलेज है, जिसकी स्थापना सन 19 164 में की गई थी। यही पशु महाविद्यालय भी है। रीवा। जिला सुपारी के खिलौने के लिए भी प्रसिद्ध है। रीवा में सम्राट अशोक द्वारा निर्मित देव कोठार बौद्ध स्तूप है। यहीं ठाकुर रामनाथ सिंग स्टेडियम भी स्थित है।
रीवा। जिले की गुढ़ तहसील में 750 मेगावाट क्षमता का रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट स्थित है, जिसका उद्घाटन 20 जुलाई 2 हज़ार 20 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया था। इस प्लांट से 24% बिजली दिल्ली मेट्रो को दी जाती है। रीवा। जिले में महामृत्यंजय का मंदिर स्थित है, जहां बसंत पंचमी और शिवरात्रि पर महामृत्यंजय के मेले का आयोजन भी किया जाता है।
रीवा। जिले में जिप्सम हर फोर्ट चूना, पत्थर एवं बॉक्साइट उत्खनित किया जाता है। रीवा। जिले में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल, फॉरेस्ट गार्ड ट्रेनिंग स्कूल, पुलिस वाहन, प्रशिक्षण शाला तथा पुलिस मोटर वर्कशॉप भी स्थित हैं। रीवा। जिले के क्यूबा में पुरातात्विक स्थल स्थित हैं। जिले में सोन नदी पर स्थित बाण सागर परियोजना का मुख्यालय है। रीवा। जिले में ठोस बीहड़, बिछिया, सोन केवटी व बहुती नदियां प्रवाहित होती हैं।
रीवा। जिले में व्यंकट भवन संग्रहालय स्थित है, जिसे महाराज वेंकट रमन सिंह मैं सम्मान समारोह में शाही महल के रूप में बनवाया था। रीवा। जिले में तालाब मंदिर, रामसागर मंदिर, मां शक्ति, शिव मंदिर, महिषासुरमर्दिनी मंदिर, मां जालपा मंदिर, विंध्यवासिनी मंदिर, चिरहुला मंदिर, पचमठा मंदिर, लक्ष्मण बाग, राम आदि प्रमुख स्थल भी हैं तो दोस्तो। आज हमने जाना कि मध्यप्रदेश का जिला रीवा कितना गौरवशाली है और महत्वपूर्ण जिला भी है।
रीवा। बिछिया नदी के किनारे बसा हुआ है और टोंस यहाँ की एक अन्य प्रमुख नदी है। रीवा को सफेद शेरों की धरती भी कहा जाता है। रीवा जिले के गोविंदगढ़ में पहला सफेद बाग मोहन मिला था। गोविंदगढ़ में ही मध्य प्रदेश का आम अनुसंधान केन्द्र भी स्थित है। रीवा। जिले में बीहर नदी पर मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा जलप्रपात चचाई जलप्रपात स्थित है, जिसकी ऊंचाई 130 मीटर है।
बहुती जल प्रपात बीहर की सहायक नदी सेलम नदी पर बनता है। बहुती जलप्रपात मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा जलप्रपात है। रीवा। जिले में महाना नदी पर केवड़ा जलप्रपात बनता है, जो वर्तमान में मध्य प्रदेश का तीसरा सबसे ऊंचा जलप्रपात है। रीवा। जिले में ही सिरमौर में कोसी नदी पर पुरवा जलप्रपात ही है। इसके अलावा रीवा जिले में पिया, वन व बेलो ही जल जलप्रपात भी स्थित है।
रीवा। जिले में अवधेश प्रताप सिंह बघेल विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना सन 1968 में की गई थी। यहां श्यामशाह मेडिकल कॉलेज है, जिसकी स्थापना सन 19 164 में की गई थी। यही पशु महाविद्यालय भी है। रीवा। जिला सुपारी के खिलौने के लिए भी प्रसिद्ध है। रीवा में सम्राट अशोक द्वारा निर्मित देव कोठार बौद्ध स्तूप है। यहीं ठाकुर रामनाथ सिंग स्टेडियम भी स्थित है।
रीवा। जिले की गुढ़ तहसील में 750 मेगावाट क्षमता का रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट स्थित है, जिसका उद्घाटन 20 जुलाई 2 हज़ार 20 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया था। इस प्लांट से 24% बिजली दिल्ली मेट्रो को दी जाती है। रीवा। जिले में महामृत्यंजय का मंदिर स्थित है, जहां बसंत पंचमी और शिवरात्रि पर महामृत्यंजय के मेले का आयोजन भी किया जाता है।
रीवा। जिले में जिप्सम हर फोर्ट चूना, पत्थर एवं बॉक्साइट उत्खनित किया जाता है। रीवा। जिले में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल, फॉरेस्ट गार्ड ट्रेनिंग स्कूल, पुलिस वाहन, प्रशिक्षण शाला तथा पुलिस मोटर वर्कशॉप भी स्थित हैं। रीवा। जिले के क्यूबा में पुरातात्विक स्थल स्थित हैं। जिले में सोन नदी पर स्थित बाण सागर परियोजना का मुख्यालय है। रीवा। जिले में ठोस बीहड़, बिछिया, सोन केवटी व बहुती नदियां प्रवाहित होती हैं।
रीवा। जिले में व्यंकट भवन संग्रहालय स्थित है, जिसे महाराज वेंकट रमन सिंह मैं सम्मान समारोह में शाही महल के रूप में बनवाया था। रीवा। जिले में तालाब मंदिर, रामसागर मंदिर, मां शक्ति, शिव मंदिर, महिषासुरमर्दिनी मंदिर, मां जालपा मंदिर, विंध्यवासिनी मंदिर, चिरहुला मंदिर, पचमठा मंदिर, लक्ष्मण बाग, राम आदि प्रमुख स्थल भी हैं तो दोस्तो। आज हमने जाना कि मध्यप्रदेश का जिला रीवा कितना गौरवशाली है और महत्वपूर्ण जिला भी है।